हमारे दांत हमारी पर्सनालिटी का एक अहम हिस्सा होते हैं। उसपर अगर ये सफेद और चमकीले हो तो इससे हमारा कॉन्फिडेंस लेवल और बढ़ जाता है। क्योंकि जब भी हम मुस्कुराते हैं तो हमारे सफेद दातों के कारण एक अलग ही इंप्रेशन बनता है। वैैैसे तो हमारेेे यहां साफ और स्वस्थ दांतो को केवल ब्यूटी और फैशन से हींं जोड़कर देखा जाता है, लेकिन वास्तव में इनका सीधा संबंध हमारे सेहत से भी जुड़ा होता है। इसलिए इनकी सफाई जितनी बाहरी सुंदरता के लिए जरूरी है, उतनी ही हमारी अंदरूनी सुंदरता अर्थात सेहत के लिए भी। लेकिन कई बार ध्यान ना देने और लापरवाही बरतने के कारण दांतों में पीलेपन की समस्या उभरकर सामने आती है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है। आइए पहले उन कारणों के बारे में जानें, उसके बाद हम आपको इस समस्या को दूर करने के कुछ आसान घरेलू उपाय भी बताएंगे।
दांतों की साफ-सफाई और ओरल हाइजीन पर ध्यान ना देने के कारण बैक्टीरिया की उपस्थिति में हमारे दांतो की ऊपरी परत पर प्लाक की एक तह जमनी शुरू हो जाती है। यह तह धीरे-धीरे दृढ़ होती जाती है। यदि शुरू में ध्यान ना दिया जाए तो यह परत और भी मजबूूती से बैठ जाती है, जो आसानी से साफ भी नहीं हो पाती और दांतों के पीलेपन का कारण बनती है।
इसके अतिरिक्त दांतों के सुरक्षा कवच इनेमल की ऊपरी परत के घिस जाने से भी दांतों में पीलापन दिखाई देने लगता है। वास्तव में इनेमल की ऊपरी सफेद परत उम्र के साथ-साथ धीरे-धीरे घिसती जाती है, परंतु जब किन्हीं अन्य कारणों से यह परत वक्त से पहले घिसकर धूमिल हो जाती है तो उसके नीचे की पीले रंग की परत, जिसको 'Dentin' कहते हैं, दिखने लग जाती है। यह भी दांतों में पीलापन दिखाई देने का एक कारण होता है।
और भी कुछ अन्य कारण हैं, जिनकी वजह से दांतो में पीलापन या दाग दिखाई देने लगता है। उनमें ड्रिंकिंग, स्मोकिंग और तम्बाकू, गुटका आदि का सेवन, मुँह में Saliva या लार कम बनना, ड्राई-माउथ, चाय और कॉफी का अधिक सेवन, ढलती हुई उम्र इत्यादि शामिल हैं। कई बार जेनेटिक गुणों के कारण भी ऐसा हो सकता है।
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अब आइए जानते हैं कि दांतो का पीलापन दूर करने के लिए हम कौन से प्राकृतिक व घरेलू उपाय उपयोग में ला सकते हैं।
इसके लिए पहला सुझाव तो यह है कि पहले से ही दांतो की साफ-सफाई और ओरल हाइजीन पर ध्यान दिया जाना चाहिए, ताकि दातों को शुरू से हीं पीलेपन से बचाया जा सके। और दूसरे में यदि किन्हीं कारणों से पहले से ही दांतों में पीलापन आ चुका है तो उसे साफ करने के लिए आप कुछ प्राकृतिक एवं घरेलू उपायों को भी आजमा कर देख सकते हैं। इन उपायों से दांत का पीलापन साफ करने में काफी मदद मिलती है।
तुलसी की पत्तियों का चूर्ण -
तुलसी की पत्तियों में कई प्रकार के औषधीय गुण समाए हुए हैं। आयुर्वेद में इसे एक प्रमुख औषधि माना जाता है। इसकी पत्तियों को अनेक प्रकार के रोगों के उपचार में भी उपयोग में लाया जाता है। इनमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी उपस्थित होता है। इसके इन्हीं औषधीय गुणों के कारण यह हमारे दांत और मसूड़ों के लिए भी अत्यंत लाभकारी होता हैं। साथ ही इसके उपयोग से दांतो का पीलापन कम करने में भी मदद मिलती है।
इसके लिए तुलसी की कुछ हरी पत्तियों को इकट्ठा करके उन्हें धूप में सुखा लें। जब वे अच्छी तरह सूख जाएं तो उन्हें कूटकर महीन चूर्ण बना लें। इसी चूर्ण में से थोड़ा-थोड़ा अपने रोज के टूथपेस्ट के साथ मिला कर प्रतिदिन दांतो को साफ करें। यह न केवल दांतों का पीलापन हटाकर चमक लाने, बल्कि मसूड़ों को स्वस्थ रखने में भी मदद करेगा।
संतरा के छिलके का उपयोग -
संतरा या नारंगी के छिलके के इन गुणों के बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे। इसके छिलके दांतो का पीलापन और काले दाग को साफ करने में उपयोगी होते हैं। ऑरेंज पील में विटामिन सी के साथ-साथ कैल्शियम भी उपस्थित होता है, जो हमारे दांतो को स्वस्थ बनाए रखने हेतु आवश्यक होता है।
इसके लिए कुछ संतरे के छिलके और थोड़ी तुलसी की पत्तियों को इकट्ठा कर लें। इन दोनों को धूप में अच्छी तरह सुखा लें। फिर इनको एक साथ पीसकर बारीक पाउडर जैसा बना लीजिए। इसी पाउडर में से थोड़ा सा लेकर हर रोज दातुन करने के दौरान हल्की उंगलियों से अपने दातों में मलें। हर रोज इसके उपयोग से दांतो का पीलापन साफ होता है और जमे हुए काले दाग भी धीरे-धीरे हट जाते है।
नमक और सरसों का तेल -
दांतो का पीलापन साफ करने के लिए अगला घरेलू उपाय है, सरसों का तेल और नमक का प्रयोग। जी हाँ, दांतो को साफ करने का यह पुराना परंतु कारगर तरीका है। आपने देखा होगा कि आजकल के टूथपेस्ट विज्ञापनों में भी नमक के प्रयोग पर जोर देकर प्रचारित किया जाता है। क्योंकि दांतो के लिए नमक का प्रयोग फायदेमंद होता है। यहां तक कि हमने भी कई बार दांतो को साफ करने के लिए नमक और सरसों तेल का उपयोग किया है।
इसके लिए हथेली में थोड़ा सा नमक लेकर उसमें सरसों तेल की कुछ बूंदों को डालकर मिला लें और इससे दांतों को हल्की हल्की उंगलियां से मलें। इनका प्रयोग करते रहने से धीरे-धीरे प्लाक की परत हट जाती है और दांत का पीलापन दूर होने लगता है।
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बेकिंग सोडा का इस्तेमाल -
बेकिंग सोडा, सोडियम का एक यौगिक है, जिसका रासायनिक नाम सोडियम बाइकार्बोनेट है। खाने का सोडा या बेकिंग सोडा का उपयोग आमतौर पर विभिन्न व्यंजनों एवं मिष्ठान्न आदि तैयार करने में किया जाता है। परंतु बेकिंग सोडा का उपयोग प्रायः दांतो का पीलापन साफ करके उनमें चमक लाने के लिए भी किया जाता है।
इसकी एकदम थोड़ी सी मात्रा को रोजाना के टूथपेस्ट में मिलाकर दांत को साफ करने से कुछ हफ्तों में प्लाक एवं दाग या स्टेन्स की परत साफ हो जाती है और दांतों में फिर से चमक आ जाती है।
केले का छिलका -
एक ओर केला का फल जहां हमारी सेहत के लिए एक पौष्टिक आहार होता है, वहीं इसके छिलके को दांतों का पीलापन और दाग साफ करने में उपयोगी माना जाता है। क्योंकि इसमें पोटैशियम, मैग्निशियम और मैगनीज़ जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं, जो दांत से दाग साफ करने में सहायता कर सकते हैं।
इस हेतु पके हुए केले को अच्छी तरह धोकर उसका छिलका उतारकर एक छोटा टुकड़ा काट लें और उसके अंदरूनी हिस्से को दांतों पर एक से दो मिनट रगड़ें। इससे दांतों से प्लाक की जमी हुई परत और दूसरे दाग धब्बे धीरे-धीरे साफ हो जाते हैं।
निष्कर्ष -
इन घरेलू उपायों से हमें दांत का पीलापन और दाग आदि साफ करने में मदद तो मिलती है, लेकिन निश्चित तौर पर यह नहीं कहा जा सकता कि कितने समय में या कितने प्रभावकारी ढंग से ये हमारे दांतों को साफ कर पाएंगे। हालांकि इतना तो जरूर कहा जा सकता है कि दूसरे केमिकल से युक्त टूथ व्हाइटनर के मुकाबले इनका प्रयोग करना ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि केमिकल वाले टूथ व्हाइटनर के कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
ध्यान दें - ब्रश करते समय अपने दांतो को जोर-जोर से कभी ना घिसें। इससे दांतो को सुरक्षित रखने वाला कवच यानी कि इनेमल कमजोर होने लगती है। इससे ना केवल दांतों में पीलेपन, बल्कि कैविटी या सड़न की समस्या भी हो सकती है।
साथ ही अपने रोजाना के टूथपेस्ट का चुनाव भी देख-परखकर या डेंटिस्ट की सलाह लेकर करें।
इस लेख में बताए गए उपाय सामान्य जानकारी पर आधारित हैं, इसलिए हम इनके आंशिक या पूर्णतया प्रभावकारी होने का दावा नहीं करते हैं। अतः इनका प्रयोग विशेषज्ञ की राय से आश्वस्त होकर हीं करें।
dant kaise saaf kare |
दांतों में पीलापन आने के कारण | Causes of Yellow Teeth
दांतों की साफ-सफाई और ओरल हाइजीन पर ध्यान ना देने के कारण बैक्टीरिया की उपस्थिति में हमारे दांतो की ऊपरी परत पर प्लाक की एक तह जमनी शुरू हो जाती है। यह तह धीरे-धीरे दृढ़ होती जाती है। यदि शुरू में ध्यान ना दिया जाए तो यह परत और भी मजबूूती से बैठ जाती है, जो आसानी से साफ भी नहीं हो पाती और दांतों के पीलेपन का कारण बनती है।
इसके अतिरिक्त दांतों के सुरक्षा कवच इनेमल की ऊपरी परत के घिस जाने से भी दांतों में पीलापन दिखाई देने लगता है। वास्तव में इनेमल की ऊपरी सफेद परत उम्र के साथ-साथ धीरे-धीरे घिसती जाती है, परंतु जब किन्हीं अन्य कारणों से यह परत वक्त से पहले घिसकर धूमिल हो जाती है तो उसके नीचे की पीले रंग की परत, जिसको 'Dentin' कहते हैं, दिखने लग जाती है। यह भी दांतों में पीलापन दिखाई देने का एक कारण होता है।
और भी कुछ अन्य कारण हैं, जिनकी वजह से दांतो में पीलापन या दाग दिखाई देने लगता है। उनमें ड्रिंकिंग, स्मोकिंग और तम्बाकू, गुटका आदि का सेवन, मुँह में Saliva या लार कम बनना, ड्राई-माउथ, चाय और कॉफी का अधिक सेवन, ढलती हुई उम्र इत्यादि शामिल हैं। कई बार जेनेटिक गुणों के कारण भी ऐसा हो सकता है।
इसे भी पढ़ें - चेहरे के दाग धब्बे और झुर्रियां हटाने के 6 घरेलू उपाय
अब आइए जानते हैं कि दांतो का पीलापन दूर करने के लिए हम कौन से प्राकृतिक व घरेलू उपाय उपयोग में ला सकते हैं।
दांत का पीलापन दूर करने के घरेलू उपाय | Useful Home Remedies to Get Rid of Yellow Teeth
इसके लिए पहला सुझाव तो यह है कि पहले से ही दांतो की साफ-सफाई और ओरल हाइजीन पर ध्यान दिया जाना चाहिए, ताकि दातों को शुरू से हीं पीलेपन से बचाया जा सके। और दूसरे में यदि किन्हीं कारणों से पहले से ही दांतों में पीलापन आ चुका है तो उसे साफ करने के लिए आप कुछ प्राकृतिक एवं घरेलू उपायों को भी आजमा कर देख सकते हैं। इन उपायों से दांत का पीलापन साफ करने में काफी मदद मिलती है।
तुलसी की पत्तियों का चूर्ण -
तुलसी की पत्तियों में कई प्रकार के औषधीय गुण समाए हुए हैं। आयुर्वेद में इसे एक प्रमुख औषधि माना जाता है। इसकी पत्तियों को अनेक प्रकार के रोगों के उपचार में भी उपयोग में लाया जाता है। इनमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी उपस्थित होता है। इसके इन्हीं औषधीय गुणों के कारण यह हमारे दांत और मसूड़ों के लिए भी अत्यंत लाभकारी होता हैं। साथ ही इसके उपयोग से दांतो का पीलापन कम करने में भी मदद मिलती है।
इसके लिए तुलसी की कुछ हरी पत्तियों को इकट्ठा करके उन्हें धूप में सुखा लें। जब वे अच्छी तरह सूख जाएं तो उन्हें कूटकर महीन चूर्ण बना लें। इसी चूर्ण में से थोड़ा-थोड़ा अपने रोज के टूथपेस्ट के साथ मिला कर प्रतिदिन दांतो को साफ करें। यह न केवल दांतों का पीलापन हटाकर चमक लाने, बल्कि मसूड़ों को स्वस्थ रखने में भी मदद करेगा।
संतरा के छिलके का उपयोग -
संतरा या नारंगी के छिलके के इन गुणों के बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे। इसके छिलके दांतो का पीलापन और काले दाग को साफ करने में उपयोगी होते हैं। ऑरेंज पील में विटामिन सी के साथ-साथ कैल्शियम भी उपस्थित होता है, जो हमारे दांतो को स्वस्थ बनाए रखने हेतु आवश्यक होता है।
इसके लिए कुछ संतरे के छिलके और थोड़ी तुलसी की पत्तियों को इकट्ठा कर लें। इन दोनों को धूप में अच्छी तरह सुखा लें। फिर इनको एक साथ पीसकर बारीक पाउडर जैसा बना लीजिए। इसी पाउडर में से थोड़ा सा लेकर हर रोज दातुन करने के दौरान हल्की उंगलियों से अपने दातों में मलें। हर रोज इसके उपयोग से दांतो का पीलापन साफ होता है और जमे हुए काले दाग भी धीरे-धीरे हट जाते है।
नमक और सरसों का तेल -
दांतो का पीलापन साफ करने के लिए अगला घरेलू उपाय है, सरसों का तेल और नमक का प्रयोग। जी हाँ, दांतो को साफ करने का यह पुराना परंतु कारगर तरीका है। आपने देखा होगा कि आजकल के टूथपेस्ट विज्ञापनों में भी नमक के प्रयोग पर जोर देकर प्रचारित किया जाता है। क्योंकि दांतो के लिए नमक का प्रयोग फायदेमंद होता है। यहां तक कि हमने भी कई बार दांतो को साफ करने के लिए नमक और सरसों तेल का उपयोग किया है।
इसके लिए हथेली में थोड़ा सा नमक लेकर उसमें सरसों तेल की कुछ बूंदों को डालकर मिला लें और इससे दांतों को हल्की हल्की उंगलियां से मलें। इनका प्रयोग करते रहने से धीरे-धीरे प्लाक की परत हट जाती है और दांत का पीलापन दूर होने लगता है।
इसे भी पढ़ें - डार्क सर्कल हटाने के 5 कारगर घरेलू उपाय
बेकिंग सोडा का इस्तेमाल -
बेकिंग सोडा, सोडियम का एक यौगिक है, जिसका रासायनिक नाम सोडियम बाइकार्बोनेट है। खाने का सोडा या बेकिंग सोडा का उपयोग आमतौर पर विभिन्न व्यंजनों एवं मिष्ठान्न आदि तैयार करने में किया जाता है। परंतु बेकिंग सोडा का उपयोग प्रायः दांतो का पीलापन साफ करके उनमें चमक लाने के लिए भी किया जाता है।
इसकी एकदम थोड़ी सी मात्रा को रोजाना के टूथपेस्ट में मिलाकर दांत को साफ करने से कुछ हफ्तों में प्लाक एवं दाग या स्टेन्स की परत साफ हो जाती है और दांतों में फिर से चमक आ जाती है।
केले का छिलका -
एक ओर केला का फल जहां हमारी सेहत के लिए एक पौष्टिक आहार होता है, वहीं इसके छिलके को दांतों का पीलापन और दाग साफ करने में उपयोगी माना जाता है। क्योंकि इसमें पोटैशियम, मैग्निशियम और मैगनीज़ जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं, जो दांत से दाग साफ करने में सहायता कर सकते हैं।
इस हेतु पके हुए केले को अच्छी तरह धोकर उसका छिलका उतारकर एक छोटा टुकड़ा काट लें और उसके अंदरूनी हिस्से को दांतों पर एक से दो मिनट रगड़ें। इससे दांतों से प्लाक की जमी हुई परत और दूसरे दाग धब्बे धीरे-धीरे साफ हो जाते हैं।
निष्कर्ष -
इन घरेलू उपायों से हमें दांत का पीलापन और दाग आदि साफ करने में मदद तो मिलती है, लेकिन निश्चित तौर पर यह नहीं कहा जा सकता कि कितने समय में या कितने प्रभावकारी ढंग से ये हमारे दांतों को साफ कर पाएंगे। हालांकि इतना तो जरूर कहा जा सकता है कि दूसरे केमिकल से युक्त टूथ व्हाइटनर के मुकाबले इनका प्रयोग करना ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि केमिकल वाले टूथ व्हाइटनर के कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
ध्यान दें - ब्रश करते समय अपने दांतो को जोर-जोर से कभी ना घिसें। इससे दांतो को सुरक्षित रखने वाला कवच यानी कि इनेमल कमजोर होने लगती है। इससे ना केवल दांतों में पीलेपन, बल्कि कैविटी या सड़न की समस्या भी हो सकती है।
साथ ही अपने रोजाना के टूथपेस्ट का चुनाव भी देख-परखकर या डेंटिस्ट की सलाह लेकर करें।
इस लेख में बताए गए उपाय सामान्य जानकारी पर आधारित हैं, इसलिए हम इनके आंशिक या पूर्णतया प्रभावकारी होने का दावा नहीं करते हैं। अतः इनका प्रयोग विशेषज्ञ की राय से आश्वस्त होकर हीं करें।
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