सोमवार, 2 दिसंबर 2019

सर्दी खांसी और जुकाम ठीक करने के लिए 9 असरदार घरेलू उपाय | 9 Most Effective Home Remedies For Cough And Cold Treatment In Hindi

how to treat cough and cold, cough, cold, viral infection, treatment, gharelu upchar, nuskhe, ayurvedic upay, khasi, sardi, jukam, zukam, cough ka ilaj, khasi ka ilaj, immunity, sardi ka ilaj, dry cough, herbal tea, सर्दी का इलाज, खांसी का इलाज, सर्दी-जुकाम, खांसी, घरेलू उपचार, आयुर्वेदिक औषधि


बदलते हुए मौसम के दौरान खांसी, सर्दी-जुकाम अथवा वायरल इन्फेक्शन आदि होना आम बात है। बड़े एवं बच्चे सभी इसके प्रभाव में आ सकते हैं। दरअसल ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि ऐसे समय में हमारे शरीर की इम्यूनिटी अर्थात रोग प्रतिरोधक क्षमता थोड़ी कमजोर पड़ जाती है। इसलिए ऐसे वक्त में अगर हम लापरवाही बरतते हैं, तो हम जल्दी ही इसकी चपेट में आ जाते हैं और यदि इसका सही उपचार न किया जाए तो यह समस्या और बढ़ सकती हैं। बहुत से लोगों के साथ यह भी दिक्कत होती है कि उनकी सर्दी और खांसी जल्दी ठीक हीं नहीं हो पाती। खास तौर पर जब खांसी सूख जाती है तो यह और भी ज्यादा परेशान करती है।

ऐसे में सर्दी खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय करना सबसे उत्तम होता है। यहाँ हम आपको सर्दी खांसी व जुकाम आदि से आराम दिलाने वाले कुछ ऐसे हीं घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आयुर्वेद पर आधारित हैं और इस तरह की समस्याओं में अत्यंत लाभकारी भी हैं। इसके लिए आपको बहुत अधिक महँगी चीजों की आवश्यकता नहीं है। बल्कि इन औषधियों को आप अपने किचन में मौजूद वस्तुओं की सहायता से हीं तैयार कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि वो उपाय क्या हैं और उन्हें तैयार करने की सामग्री और विधि क्या है।


उपाय 1 — (औषधीय काढ़ा - Medicinal Herbal Tea For Cough and Cold) 

इस उपाय से सर्दी खांसी का उपचार करने के लिए आपको निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होगी -

सामग्री –


  • पानी - 3 कप 
  • साबुत जीरा - आधा चम्मच 
  • साबुत अजवाइन - आधा चम्मच 
  • काली मिर्च - चार से पांच दाने 
  • अदरक - थोड़ा कद्दूकस (यदि हाई बीपी है तो अदरक प्रयोग में ना लाएं)
  • दालचीनी - आधा चम्मच पाउडर अथवा साबुत कूटकर 
  • थोड़ा सा गुड़ 
  • तुलसी का पत्ता - 6 से 8 पत्ती


औषधीय काढ़ा तैयार करने की विधि (How To Prepare Medicinal Herbal Tea) –

इस औषधीय काढ़े को तैयार करने के लिए आवश्यक सभी सामग्रियां आपके किचन में ही उपलब्ध होती हैं। इसको तैयार करने के लिए सर्वप्रथम आप 3 कप पानी एक बर्तन में लीजिए और इसे उबलने के लिए रख दीजिए। जब यह उबलने लगे, तब इसमें आधा चम्मच साबुत जीरा, आधा चम्मच दालचीनी पाउडर अथवा साबुत कूटकर, आधा चम्मच अजवाइन, काली मिर्च के 4 से 5 दाने कूटकर, थोड़ा सा अदरक, तुलसी की 6 से 8 ताजी हरी पत्तियां और एक छोटी सी गुड़ की डली डालकर थोड़ी और देर तक इसे उबलने दें। जब यह काढ़ा उबलकर आधा हो जाए, तब इसे आंच से उतार लें और थोड़ा गुनगुना रहते चाय की तरह हीं इस औषधीय काढ़े का सेवन करें। यदि आप चाहें तो इसमें थोड़ा शहद मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें - मोटापा कम करने और फिट रहने के लिए जानें सबसे कारगर उपाय

औषधीय काढ़े से लाभ (Benefits of Medicinal Herbal Tea) -

सर्दी जुकाम से लेकर पुरानी सूखी खांसी, चेस्ट कन्जेशन या सीने में जकड़न, श्वास विकार, सिरदर्द व सर्दी के अन्य लक्षणों में भी इस काढ़े का सेवन करना फायदेमंद रहता है। इससे कफ व बलगम साफ होता है एवं गले की खराश आदि समस्याओं में भी आराम मिलता है। यह वायरल इन्फेक्शन से हमारी रक्षा करता है। साथ ही ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। यूं तो इस औषधीय काढ़े को हम किसी भी समय पी सकते हैं, परन्तु प्रात: काल इसका सेवन करना अधिक लाभकारी होता है।

इसके अतिरिक्त कुछ अन्य घरेलू उपायों से भी सर्दी जुकाम और खांसी आदि से राहत पा सकते हैं।

उपाय 2 — (हल्दी वाला दूध - Golden Milk For Immunity)

हल्दी (Turmeric) केवल मसाला नहीं है, बल्कि एक प्रमाणित औषधि भी है। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण पाया जाता है। अत: ये रोगाणु नाशक का भी कार्य करता है और हमें संक्रमण से बचाता है। यही कारण है कि ये सर्दी जुकाम और उसके दूसरे लक्षणों पर भी असरदार होता है। ऐसे में हल्दी को दूध में उबालकर पीने से वायरल इन्फेक्शन की वजह से होने वाले विभिन्न रोग दूर रहते हैं। केवल इतना हीं नहीं, यह श्वास संबंधी विकार दूर करने में भी उपयोगी होता है। साथ ही हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायता करता है।

हल्दी वाला दूध तैयार करने के लिए पहले एक ग्लास दूध को उबालने के लिए रख दें। जब यह उबलने लगे तब इसमें आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं और थोड़ी देर तक उबलने दें। आधा हो जाने पर इसे गुनगुना करके पिएं। इससे विभिन्न रोगों से रक्षा होगी। साथ ही एनाल्जेसिक गुणों से युक्त होने के कारण शरीर की पीड़ा भी दूर होगी।
(नोट: दूध यदि देसी गाय का हो तो सर्वोत्तम होगा)


उपाय 3 — (केसर दूध एवं जायफल का उपयोग - Kesar Milk With Nutmeg)

सर्दी व जुकाम आदि से शीघ्र राहत दिलाने में यह उपाय भी उपयोगी साबित हो सकता है। चुकि जायफल (Nutmeg) की तासीर गर्म होती है। इसलिए गुनगुने दूध में सिर्फ चुटकी भर (अधिक नहीं) जायफल मिलाकर पीना लाभकारी हो सकता है। यदि आप चाहें तो दूध में चुटकी भर जायफल और केसर डालकर, उसे उबालकर भी उसका सेवन कर सकते हैं। इससे सर्दी जुकाम आदि से जल्दी आराम मिल जाता है।

उपाय 4 — (नमक और पानी का गरारा - Salt Water Gargle for Viral Infection)

सर्दी जुकाम चुकि वायरल इंफेक्शन की वजह से होता है। ऐसे में पानी और नमक का गरारा करना फायदेमंद रहता है, क्योंकि इससे इंफेक्शन दूर होता है। इसके लिए आवश्यकतानुसार पानी लें और उसमें आधा चम्मच नमक डालकर उसे खूब उबालें। जब यह हल्का गुनगुना रह जाए, तब इससे गरारा करें। यह न केवल सर्दी जुकाम से राहत दिलाएगा, बल्कि नाक और गला साफ करनेे में भी सहायक होगा।

इसे भी पढ़ें - किस विटामिन की कमी से कौन सा रोग होता है और उसकी पूर्ति के लिए हमें क्या खाना चाहिए, जानें

उपाय 5 — (शहद का उपयोग - Honey for Cold and flu)

शहद भी औषधीय गुणों से युक्त होता है। इसमें भी संक्रमण को दूर करने की क्षमता मौजूद होती है। इसलिए सर्दी जुकाम आदि में इसका प्रयोग करना फायदेमंद हो सकता है। वैसे तो शहद को आप सामान्य सिरप की तरह भी सेवन कर सकते हैं, लेकिन यदि आप शहद में कच्चे लहसुन की एक से दो कलियां डालकर एक साथ खाएं, तो इससे इसके फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं। क्योंकि ये दोनों ही एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीवायरल गुणों से युक्त होते हैं, जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अर्थात बीमारियों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाते हैं।

शहद का उपयोग आप गुनगुने पानी के साथ भी कर सकते हैं। इसके लिए गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर, उसमें नींबू की कुछ बूंदें डालें और फिर इसका सेवन करें। इससे भी सर्दी जुकाम में लाभ होगा। साथ ही इससे शरीर को डिटॉक्सिफाई करने और वजन कम करने जैसे और भी ढेरों फायदे होंगे।

उपाय 6 — (भुनी हुई काली मिर्च - Roasted Black Pepper for Cough and cold)

सर्दी जुकाम को ठीक करने के लिए काली मिर्च का प्रयोग करना एक कारगर उपाय हो सकता है। इसके लिए काली मिर्च (Black Peppers) के 5 से 7 दाने लेकर उसको देसी गाय के घी में पका लीजिए। फिर इसको बारी बारी से एक-एक दाना लेकर चबाकर खाते जाएं। इसके ऊपर से हल्का गुनगुना दूध या गुनगुना पानी पी लें। इससे सर्दी के लक्षणों से तत्काल राहत मिलती है। साथ हीं रोग प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है।

उपाय 7 — (पान के पत्ते की औषधि - Betal Leaves Remedy)

इस उपाय में दो से तीन पान की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकाल लें। अब इसमें थोड़ा सा अदरक का रस और 1-2 लौंग कूटकर मिलाएं। इसके बाद इसमें थोड़ा सा शहद मिला लें, फिर इसका सेवन करें। इस नुस्खे से भी सर्दी जुकाम में जल्दी आराम मिल सकता है।


उपाय 8 — (गुड़ के साथ काली मिर्च का सेवन - Jaggery with Black Pepper Seeds)

गुड़ में जिंक, सेलेनियम, कैल्शियम और आयरन जैसे अनेक पोषक तत्वों के साथ साथ प्रचुर एंटीऑक्सीडेंट्स भी मौजूद होते हैं। इसका सेवन हमारे शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने और विभिन्न प्रकार के संक्रमणों एवं फ्लूू आदि से बचाने में भी सहायक होता है। साथ हीं काली मिर्च भी औषधीय गुणों से परिपूर्ण होता है।

ऐसे में यदि हम गुड़ और काली मिर्च के कुछ दाने एक साथ खाएं, तो इससे सर्दी खांसी जुकाम व वायरल इंफेक्शन आदि समस्याओं में फायदा पहुंचता है। इसके अलावा चुकि गुड़ में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट उपस्थित होता है, अत: यह हमें पर्याप्त ऊर्जा भी प्रदान करता हैं।
इसे भी पढ़ें - गन्ने का जूस पीने के 10 हैरान कर देने वाले फायदे जरूर जानें

उपाय 9 — (तेजपत्ते वाली चाय - Bay Leaf Tea)

चाय बनाने के दौरान तेजपत्ता का प्रयोग करने से सर्दी जुकाम के लक्षणों में लाभ होता है। यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। साथ हीं अन्य लक्षणों, जैसे सोर थ्रोट, स्नीजिंग, नोज रनिंग एवं हेडेक आदि में भी लाभ पहुंचाता है। इसके अलावा ये कब्ज एवं एसिडिटी से राहत दिलाने में भी कारगर होता है।

कुछ अन्य सुझाव (Some More Tips) :

सर्दी खांसी व जुकाम आदि होने पर पानी को हमेशा उबालकर पीना चाहिए। इसके लिए जब पानी को उबालने के लिए डालें तो उसे उबलकर आधा हो जाने दें, फिर गुनगुना होने के बाद उसको पीएं। इससे सर्दी खांसी व जुकाम आदि को जल्दी ठीक करने में सहायता मिलती है।

यद्यपि ऊपर बताए हुए सभी उपाय अत्यंत लाभकारी एवं उपयोगी हैं, परन्तु इनके प्रत्येक व्यक्ति पर समान एवं वांछित रूप से प्रभावकारी होने का दावा नहीं किया जा सकता। अत: इनका प्रयोग विशेषज्ञ की सलाह से आश्वस्त होकर हीं करें।
Previous Post
Next Post
Related Posts

0 Comments: